भदोही (ए.यू.खान)- उत्तर प्रदेश में भदोही के घोसिया इलाके में पिता की हवस का शिकार बनने से बचने को घर से कूदने पर पड़ोसियों द्वारा पिता की पिटाई के बाद घर से निकाली गई लड़की के मुस्लिम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिए जाने से खुद पांच साल बाद वापस लौटी बीमार लड़की के सोशल मिडिया पर की गई शिकायत के बाद मामले का संज्ञान मुख्य मंत्री के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी के निर्देश पर जिला अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने तीन सदस्यीय टीम को भेज कर गुलफेशा बानो से अब दिव्या पटेल [21 ] बन चुकी को उसके गंभीर रोग के इलाज सहित उसके साथ घर वालों के उत्पीड़न पर ज़रुरी विधिक कदम के साथ समाधान का समुचित प्रबंध कर दिया गया है। मामले की जानकारी देते हुए दिव्या पटेल ने बताया की साल 2014 में माँ की मौत के बाद उसके पिता {तौकीर } ने मौसी से शादी कर ली और जब मौसी अपने घर चली गई थी तो वह उससे छेड़खानी करने लगे एक दिन उन्होंने बलात्कार करने की कोशिश की जिस पर वह छत से सड़क पर कूद गई जिस पर उसने पड़ोसियों के जमा होने पर पूरा वाकया बताया तो सबने मिल कर पिता को बहुत मारा और उसे घर से निकाल दिया। वह रात भर यहाँ भटकती रही तभी उसके साथ मदरसे में पढ़ने वाले एक दोस्त की मदद की उसके कहने पर वह उसके अहमदाबाद निवासी दोस्त धर्मेश पटेल के घर चली गई। काम के लिए किसी भी तरह का कोई कागज़ नहीं होने पर धर्मेश की पत्नी बन कर उसका नाम दिव्या पटेल रखते हुए आधार कार्ड सहित अन्य कागज़ अपने पते पर बनवा दिए। दिव्या का दावा है की उसने धर्मेश पटेल से शादी नहीं की है। दिव्या ने बताया की धर्मेश ने आस्वस्त किया यह जब चाहो अपना नाम और धर्म बदल सकती हो। दिव्या ने बताया हालाँकि इससे पहले पिता की हरकत से वह इतनी छुब्ध हुई की उसने साल 2014 में हरिद्वार के मंशा देवी मंदिर में विधिवत गंगाजल के साथ मंत्रोचार के साथ एक पुजारी के समक्ष हिन्दू धर्म अपना लिया था। धर्मेश पटेल की मदद से बने दिव्या पटेल के नाम के साथ वह दिल्ली में नौकरी करने लगी।दिव्या का कहना है की वह अब किसी भी हालत में हिन्दू धर्म को नहीं छोड़ना चाहती है। नए घटनाक्रम की जानकारी देते हुए उसने बताया साल 2019 के अप्रैल में दिल्ली से कानपुर आते हुए मैनपुरी में बस पलटने से घायल होने वापस जाकर इलाज के दौरान उसकी रीढ़ की हड्डी में टी.बी. होने जानकारी मिली। छह महीने पहले वह वापस घोसिया स्थित अपने घर पहुंची है। इस वक़्त वह चलने उठने ,बैठने में असमर्थ है जिसको लेकर परिजन उसे प्रताड़ित कर रहे है साथ ही उसके पिता ने उसको जान से मारने के लिए लोगों को लगा दिया है। भदोही के जिला अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया की अपर जिला अधिकारी शैलेन्द्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम ने दिव्या पटेल के घोसिया स्थित घर जाकर उसके इलाज की मुकम्मल व्यवस्था की शुरुआत कर दी है। वहीँ उसके धर्म परिवर्तन को लेकर उसके साथ किसी भी तरह की घटना ना हो इसके लिए उसके घर पर पुलिस बल की सुरक्षा प्रदान कर दी गई है।